फस्लोन मे बाट खाके ना हम जुदा होके,
मुख्य बिच्छाद के भई पुर तो तेरा होके,
फस्लोन मे बाट खाके ना हम जुदा होके,
मुख्य बिच्छाद के भई पुर तो तेरा होके,
क्यूँ मेरे कडम को और का दरिया रोके,
क्यूं हमको मिलन से तू दरियाकें,
आब इश्क क्या तुमसे, हमसाया हो गया,
सास भी ना ले साकिन, तुम अलग होके,
मुख्य रूह कादमन का तेरे, हमसफ़र होके,
दरद सरे मीत गे, हमदर्द जब से तू मिल गया।