अपना टाइम आएगा

कौन बोला मुझसे ना हो पायेगा
कौन बोला, कौन बोला
अपना टाइम आएगा
उठ जा अपनी राख से तू
उठ जा अब तलाश में
परवाज़ देख परवाने की
असमान भी सर उठाएगा
आएगा अपना टाइम आएगा
मेरे जैसा शाणा लाला
तुझे ना मिल पायेगा
ये शब्दों का ज्वाला
मेरी बेड़ियाँ पिघलायेगा
जितना तूने बोया है
तू उतना ही तो खायेगा
ऐसा मेरा ख्वाब है
जो डर को भी सताएगा
जिंदा मेरा ख्वाब
अब कैसे तू दफानायेगा
अब हौसले से जीने दे
अब खौफ नहीं है सीने में
हर रास्ते को चीरेंगे
हम कामयाबी छीनेंगे
सब कुछ मिला पसीने से
मतलब बना अब जीने में
क्यूँ
क्यूंकि अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर जाएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर जाएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर..
किसी का हाथ नहीं था सर पर
यहाँ पर आया खुदकी मेहनत से मैं
जितनी ताकत किस्मत में नहीं
उतनी रहमत में है
फिर भी लड़का सहमत नहीं है
क्यूंकि हैरत नहीं है
जरुरत यहाँ मर्ज़ी की और जुर्रत की है
दिक्कत की है, आफत की, हिमाकत की, इबादत की
अदालत ये है चाहत की
मोहब्बत की, अमानत की
जीतने की अब आदत की
अब शोहरत की, अब लालच नहीं है
तेरे भाई जैसा कोई हार्डी’च नहीं है
हार्ड, हार्ड, हार्ड..
इस हरकत ने ही बरकत दी है
क्यूँ
क्यूंकि अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर जाएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर जाएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
तू नंगा ही तो आया है
क्या घंटा लेकर जाएगा
कल नंगा ही तो आया था
क्या तू घंटा लेकर जाएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा
अपना टाइम आएगा ना
तू नंगा ही तो आया ना..