तेरी फ़रियाद-TERI FARIYAD
अब कोई आस न उम्मीद बची हो जैसे अब कोई आस न उम्मीद बची हो जैसे तेरी फरियाद मगर मुझमे दबी हो जैसे जागते जागते इक उम्र कटी हो जैसे जागते जागते इक उम्र कटी हो जैसे अब कोई आस न उम्मीद बची हो जैसे “लाइफ में जो हम चाहते हैं और जो हम चुनते … Read more