तू नज़्म नज़्म सा मेरे होंठो पे ठहर जा-tu nazm nazm sa mere honthon pe thehar ja khwab khwab

ना ना.. तू नज़्म नज़्म सा मेरे होंठो पे ठहर जा मैं ख्वाब ख्वाब सा तेरी आँखों में जागूं रे तू इश्क इश्क सा मेरे रूह में आ के बस जा जिस ओर तेरी सहनाई उस ओर मैं भागूं रे ना ना.. हाथ थाम ले पिया करते हैं वादा अब से तू आरजू तू ही … Read more